!!! मेरी कहानी मेरी जुबानी !!!


इस ब्लॉग की सभी सामग्री मेरे जिंदगी की एक कहानी है इसे महशूस करें तथा अपना मनतब्य जरूर लिखें ׀

Friday, March 18, 2011

सुनामी की कहर - प्रितु सिंह


अब बस भी करो मनमानी |
नहीं तो फिर से कहर ढाएगी सुनामी ||


बंद करो प्रकृति के खिलाफ अपनी शैतानी |
नहीं तो चारो तरफ होंगी पानी ही पानी ||


क्यों करते हो प्रकृति के साथ बेईमानी |
सुधर जाओ वरना पड़ेगी  मुह की खानी ||


परमाणु से धमकाते हैं चीनी और पाकिस्तानी |
मिटटी में मिल जाओगे तुम जैसे हुए जापानी ||


बम, तोप और मिसाईल से सब हो गएँ हैं अभिमानी|
सब मरेंगे एक साथ जब आएगी सुनामी ||


अभी तो ये सिर्फ ट्रेलर  है पूरी फिल्म है बनानी |
जब तक फिल्म हिट न हो जाये करते रहो मनमानी ||


सब कहते हैं हम हैं हिन्दुस्तानी तुम हो पाकिस्तानी |
सुधर जाओ नहीं तो याद आएगी नानी जब तबाही लाएगी सुनामी ||

Sunday, February 27, 2011

दोस्ती की राह !!!! --- प्रितु सिंह

दोस्ती की राह नही आसन
या हो धरती या आसमान,


दोस्ती से होती है ब्याक्तित्व की पहचान
या हो इन्सान या फिर भगवान,


दोस्ती में नही होनी चाहिए अभिमान
या हो हिन्दू या फिर मुसलमान,


दोस्ती में होते हैं सब एक सामान
या हो बुढा या फिर नादान,


दोस्ती से बढती है हिम्मत और शान
हो जाती है सारी मुश्किलें आशान,


अरशद मेरे सर अनुराधा मेरी जान
है उनपे ये मेरा जीवन कुर्बान,


दोस्ती ही गीता दोस्ती ही कुरान
कभी ना करो इसका अपमान .....

Friday, February 4, 2011

::::How to Create Folder Without Name::::

Hi Guys, Do You Know How 2 Create a Folder Without any Name?
Hey Try this and   tell me if its working or not.
Step 1 Right Click
Step 2 Click on "New" then Click on "Folder"
Step 3 Use backspace to remove the name
Step 4 Press alt+255 or 0160 Together
Step 5 Press enter.

Note-Use numeric keys which are on right side of keyboard.

                          ------One Question For You------
Can You Create a Folder Name CON ? Just Try It and tell me How it Possible or Not?        Pritu Singh, ZoomComputer(B.S.City)

Monday, January 24, 2011

पापा! मेरे पापा!

*****************************
थाम के मेरी नन्ही उंगली
पहला सफ़र आसान बनाया
हर एक मुश्किल कदम में पापा
तुमको अपने संग ही पाया

Friday, January 21, 2011

WARDI KI KIMAT

EK SIPAHI NE APNI PATNI KO APNE BATUWE SE RUPYE NIKALTE HUE DEKH LIYA. SIPAHI TURANT AAGE BADHA AUR PATNI KI KALAI THAMTE HUYE BOLA, "MERE BATUWE ME SE CHORI" YAAD RAKHNA MAIN TUMHARI PATEE HI NHI PULISHWALA V HOON. MAIN TUMHE CHORI K JURM ME GIRFTAR V KAR SAKTA HOON.
PATNI NE CHURAYE GAYE RUPYE ME SE PANCH(5) RUPYA KA NOTE PATEE KE HAATH PER RAKHTE HUYE KAHA, JAANE V DIJIYE HUZUR BAAT YAHIN KHATAM V KIJIYE... PRITU SINGH
WARDI KI KIMAT