अब बस भी करो मनमानी |
नहीं तो फिर से कहर ढाएगी सुनामी ||
बंद करो प्रकृति के खिलाफ अपनी शैतानी |
नहीं तो चारो तरफ होंगी पानी ही पानी ||
क्यों करते हो प्रकृति के साथ बेईमानी |
सुधर जाओ वरना पड़ेगी मुह की खानी ||
परमाणु से धमकाते हैं चीनी और पाकिस्तानी |
मिटटी में मिल जाओगे तुम जैसे हुए जापानी ||
बम, तोप और मिसाईल से सब हो गएँ हैं अभिमानी|
सब मरेंगे एक साथ जब आएगी सुनामी ||
अभी तो ये सिर्फ ट्रेलर है पूरी फिल्म है बनानी |
जब तक फिल्म हिट न हो जाये करते रहो मनमानी ||
सब कहते हैं हम हैं हिन्दुस्तानी तुम हो पाकिस्तानी |
सुधर जाओ नहीं तो याद आएगी नानी जब तबाही लाएगी सुनामी ||